उत्तर : लगता है आप कुछ ज्यादा ही भावुक हैं. गृहस्थी सभी की "सुबह नर्म शाम को गर्म" वाली स्टाईल में चलती है. आपकी जन्मकुंडली में जीवन साथी से तकरार प्रारब्ध के रूप में लिखी हुई है. इसे सिर्फ़ हम ही हवन यज्ञ के द्वारा दूर करवा सकते हैं बाकी किसी और के बस की बात नही है. आपको सलाह दी जाती है कि हमारे यहां आकर "सुबह नर्म शाम गर्म महायज्ञ" करवायें और जीवन व्यवस्थित बितायें. आने से पहले अपाईंटमैंट अवश्य लेले.