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प्रश्न : मेरी पोस्ट पर मठाधीष टिप्पणी करने आयेंगे या नहीं?

उत्तर : बालक, मठाधीष तुमसे नाराज हैं. हमारी दिव्य दृष्टि बता रही है कि तुमने इस साल सर्दी के मौसम में रजाई ओढे सो रहे मठाधीष के कमरे में कछुआ छाप जलाकर धुंये से उनका दम घोटने की कोशीश की थी और यह बात तुम्हारे विरोधी खेमे ने मठाधीष को बता दी है. अब मठाधीष तुम्हारी गली में भी नही फ़टकने वाले हैं. अलबता मठाधीष आरती का गायन करके उनको प्रसन्न करने की कोशीश कर सकते हो. श्री सिद्ध ताऊ " सर्व सुख प्रदायक यंत्रम" स्थापित करने से कुछ आराम मिल सकता है.