उत्तर : आपने एक ऐसे मलेच्छ को ब्लाग गुरू बना रखा है जो खुद भी टिप्पणीयां नही करता बल्कि वो खुद बेनामी टिप्पणियां करके लोगों को आपस में लडवाता है. ऐसे में आपकी सार्थकता नष्ट हो गई है. आपको सलाह दी जाती है कि श्री ताऊ महाराज जैसे किसी योग्य आदमी को अपना गुरू बनायें जो फ़ीस लेकर आपका काम कर सकते हैं. वर्ना आपके वर्तमान गुरू के साथ तो इंतजार करते रहिये. गुरू बदलने तक श्री ताऊ टिप्पणियां खींचू यंत्र धारण करने की सलाह दी जाती है.